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विधा/विषय "पतझड़"
पतझड़ - कविता - मास्टर भूताराम जाखल
गुरुवार, दिसंबर 10, 2020
पत्ते पीले पड़ना पतझड़ की है निशानी, ज़िंदगी-जंग में भी कभी काया दे निशानी, नयेपन नवाकार लेता हैं प्राय: तत्पश्चात, जान ले खूबी को उसी ने…
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पत्ते पीले पड़ना पतझड़ की है निशानी, ज़िंदगी-जंग में भी कभी काया दे निशानी, नयेपन नवाकार लेता हैं प्राय: तत्पश्चात, जान ले खूबी को उसी ने…
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