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विधा/विषय "गुज़ारिश"
है गुज़ारिश आपसे - ग़ज़ल - मनजीत भोला
गुरुवार, अप्रैल 01, 2021
आशियाना चीज क्या है आब-दाना छोड़ दें। किस लिए लेकिन परिंदे चहचहाना छोड़ दें।। मान ले सी लें ज़बां हम बात तेरी मान कर, आँख यें किसके कहे स…
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