संदेश
विधा/विषय "हालात"
बदलते हालात - कविता - महेश कुमार हरियाणवी
सोमवार, फ़रवरी 05, 2024
अच्छी बातें अच्छी लगती, अच्छों का दे साथ। बुरे स्वयं मर जाएँगे जब, बदलेंगे हालात। पथ कहाँ कब एक रहा, रही हिलती-डुलती साख। सूरज आख़िर न…
हालात (अफ़ग़ानिस्तान के) - कविता - मंजिरी 'निधि'
मंगलवार, अगस्त 24, 2021
आज उजड़ा सा लगे, देख तेरा संसार, संकट में दिखे मानव और घर द्वार। कैसे और क्या करें, लगे यह मन कहाँ? विपदा है आन पड़ी दुखी जन जन यहाँ। बह…