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विधा/विषय "वक़्त"
वक्त की कसौटी - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
शुक्रवार, अगस्त 28, 2020
हम सब समय की कसौटी पर कभी न कभी जरूर कसे जाते हैं। अर्थात अच्छे और बुरे दौर से हर किसी को कभी न कभी गुजरना तो जरूर पड़ता है। र…
काश वक़्त मिल जाए - कविता - दीपक कुमार पंकज
मंगलवार, अगस्त 25, 2020
सोच रहा हूँ मेरे लिए तुझे थोड़ा वक़्त मिल जाए खिल उठे मेरा अंत:मन मानो जैसे गुनहगार को थोड़ा सा रहम मिल जाए दिन दोपहर की मेरी …
वक्त बदलता है - कविता - मधुस्मिता सेनापति
शनिवार, अगस्त 08, 2020
जिंदगी जो एक किताब हैं हर कर्मों का वह हिसाब हैं हमें न समय से शिकवा हैं क्योंकि वक्त हमेशा बदलता हैं....!! कर्मों के परिणाम …
वक्त - कविता - डॉ. ओमप्रकाश दुबे
मंगलवार, जुलाई 14, 2020
वक्त वक्त है वक्त बड़ा सख्त है वक्त से ताकतवर दुनियां में कोई नहीं है वक्त जैसा छलिया भी कोई नहीं है वक्त रंक को राजा और राजा क…