वक्त बदलता है - कविता - मधुस्मिता सेनापति

जिंदगी जो एक किताब हैं
हर कर्मों का वह हिसाब हैं
हमें न समय से शिकवा हैं
क्योंकि वक्त हमेशा बदलता हैं....!!

कर्मों के परिणाम वक्त को भी बदल देता है
समय का यह हुनर हैं कि
जीवन के हर सवाल का जवाब भी बदल सकता हैं
क्योंकि वक्त हमेशा बदलता हैं....!!

बिना रुके बिना थके जो दिन रात चलती हैं
समय की वह घड़ी जो कभी न रूकती हैं
जीवन से जुड़ी वह हर ख्वाहिशें
जो समय पर ही पूरी होती हैं
क्योंकि वक्त हमेशा बदलता हैं......!!

दुनिया की भाग दौड़ में
तुम खुद को ही झोंक दिए
कल क्या होगा किसको पता
आज तुम खुद जीना छोड़ दिए
बदलते हुए वक्त को समझने की भूल न करो
क्योंकि वक्त हमेशा बदलता  हैं........!!

वक्त के साथ चलो तो किस्मत बदल जाती हैं
आज मिली हैं तनावपूर्ण जीवन तो
कल सुनहरी जिंदगी भी मिल सकता हैं
क्योंकि वक्त हमेशा बदलता हैं.....!!


मधुस्मिता सेनापति - भुवनेश्वर (ओडिशा)

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