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विधा/विषय "राजस्थानी"
सपनों साजन को - राजस्थानी कविता - आशाराम मीणा
मंगलवार, अक्तूबर 13, 2020
मन माय मोर नाछ रया मिठी मिठी आवे हांसी, भाभी मारी फोन कर तो बात बताहू सांची। सपना माय साजन आया पकड़ी मारी बाय, मन मोहक सी बाता लाग्या…
चिड़कली - राजस्थानी कविता - कपिलदेव आर्य
शनिवार, सितंबर 12, 2020
मोत्यां मैंगी चिङकली, सिध चाली ससुराल, आंगणियो बाथां भरै, ठणकै घर-संसार..! झिरमिर आंसूङा झरै, रोवै मायङ-बाप, के करल्यां इण रित रो…
फूलपातड़ल्यां - राजस्थानी कविता - कपिलदेव आर्य
गुरुवार, सितंबर 10, 2020
एक तो थारा नैण कंटीला, मिसरी बरगी बातड़ल्यां, मुळक सोवणी हिवड़ो हरती, बात करै फूलपातड़ल्यां! ओळ्यूं थारी भोळी सूरत, क्यूं नीं सोवै आ…