संदेश
वही तो भारत मेरा है - गीत - प्रवीन 'पथिक'
जहाँ आता बसंत-बयार, कोयल भी करती गुंजार। पपीहा की है पीन-पुकार, आल्हा की गूँजती झंकार। वही तो भारत मेरा है।। आदर्श से भरा है इंसान, रख…
यक्ष प्रश्न - लेख - रामासुंदरम
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ, राष्ट्र बड़ी जोर शोर से मना रहा है। हर तरफ़ प्रसन्नता एवं उल्लास का माहौल है। देशभक्ति के नाम पर एक स्फूर्…
प्यारा भारत - कविता - बृज उमराव
देश के वीरों की क़ुर्बानी को, आओ हम याद करें। राष्ट्र कुशलता हेतु प्रभु से, आओ हम फ़रियाद करें।। आनंद कंद में मुदित कंठ, उल्लासित तन मन …
भारत का यशोगान - कविता - गुड़िया सिंह
आज इस देश और इसके वीरो के सम्मान में कुछ अल्फ़ाज़ लिखते है, ऐ भारत की माटी! हम तेरे रजकण को, अपना प्रणाम लिखते है। कितने ज़ुल्म सहे लोगों…
देश हमारा सबसे न्यारा - कविता - डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
सबसे न्यारा सबसे अच्छा, प्यारा अपना देश, सब रहते है इस बग़िया में ज़ाकिर, जॉन, महेश। सुखविंदर भी रहते इसमें और सलमा भी रहती, सब मिलकर …
पावन ये भूमि है हमारी - कविता - मोनी रानी
पावन ये भूमि है हमारी, इस भूमि पर न जाने कितने लोग जन्में, जिनकी यादें हमारे दिल में ताज़ा है अभी। पावन ये भूमि है हमारी।। नेताजी, राष्…
विश्वगुरु बनने की राह पर भारत - निबंध - रतन कुमार अगरवाला
भारत सदा ही विश्वगुरु रहा है जिसका केंद्र बिंदु आध्यात्म रहा है। अध्ययन, आराध्य और आध्यात्म का समायोजन भारत को फिर से विश्व का सिरमौर …