संदेश
विधा/विषय "प्रतीक्षा"
इंतज़ार - कविता - संजय राजभर "समित"
शनिवार, अक्तूबर 31, 2020
गजब की छुअन थी रोमांचित था तन-मन, हया आँखों में थी आग दोनों तरफ थी। चुप्पी थी फिर भर न जाने क्यूँ हम दोनों रुके थे इंतज़ार था दोन…
आज भी इंतज़ार है - कविता - प्रवीन "पथिक"
मंगलवार, सितंबर 22, 2020
आज सुबह सुबह अचानक; उनकी याद मस्तिष्क में, मेघों सा छा गई। वो लम्हें, मुझे विस्मृत करना चाहती थी। जिन्हें, मैंने साथ साथ बिताए थे। आज …
इंतज़ार-ए-इश्क़ - नज़्म - मनोज यादव
गुरुवार, सितंबर 10, 2020
क्या मुसीबत हो जो इतनी खूबसूरत हो । मैं अकेला इश्क करू तुमसे और तू सबकी जरूरत हो ।। मैं इंतजार करू तेरा तू बेकरार करे मुझको। …
भोर की प्रतीक्षा में - कहानी - प्रवीण श्रीवास्तव
सोमवार, अगस्त 17, 2020
सुधा गृह कार्य से निबटकर आराम करने की ही सोच रही थी कि अचानक किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी। मन ही मन कुढ़ती हुई सुधा दरवाज़े की तरफ बढ़ी …