संदेश
विधा/विषय "पति पत्नी"
पिया प्रशंसा - लोकगीत (मिर्ज़ापुरी कजरी) - संजय राजभर 'समित'
मंगलवार, अगस्त 03, 2021
पिया मिलल मोहे रंगदार सखी, बड़ा मज़ेदार सखी ना। बाटे गबरू जवान, करे हमरा सम्मान। बोली भाषा हउऊय लहरेदार सखी, बड़ा मजेदार सखी ना। मोहे …
पति-पत्नी संवाद - एकांकी - सरिता श्रीवास्तव "श्री"
गुरुवार, मई 27, 2021
पति:- माँ की तबियत ख़राब है आज तुम छुट्टी लेलो। पत्नी:- नहीं मेरी कई छुट्टियाँ हो चुकी हैं। इस बार छुट्टी तुम लेलो। पति:- मै छुट्टी कै…
विधवा पेंशन - हास्य कविता - सुधीर श्रीवास्तव
बुधवार, नवंबर 11, 2020
पति पत्नी में बड़ा प्यार था, मगर अचानक एक दिन पत्नी को जाने क्या सूझी पति से बोली तुम्हारे दिमाग तो है ही नहीं। पति चौंका आंय ऐसा भी है…