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विधा/विषय "नित छंद"
देश प्रेम - नित छंद - महेन्द्र सिंह राज
सोमवार, नवंबर 29, 2021
प्रभू के दरबार में, सत्य के नित सार में। मेरा मन लगा रहे, सभी लोग सगा रहे।। सदा सत्य जीत रहा, वीर न भयभीत रहा। पी लिया दृगलोर को, रोक …
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प्रभू के दरबार में, सत्य के नित सार में। मेरा मन लगा रहे, सभी लोग सगा रहे।। सदा सत्य जीत रहा, वीर न भयभीत रहा। पी लिया दृगलोर को, रोक …
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