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विधा/विषय "खूबसूरती"
खूबसूरती - कविता - तेज देवांगन
शनिवार, जनवरी 09, 2021
खूबसूरती उस बेवक़्त फूलो की तरह है, जो कभी कली हुआ करती थी। मधुवन के बागों में मिला करती थी, भोरे जिस पर मंडराते, तितलियाँ गाया करती थ…
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