आज़ादी - मुक्तक - इन्द्र प्रसाद

गगन साक्षी शहीदों का मिली कैसे है आज़ादी।
चूम फंदे लिए हंँसकर बढ़ाकर बाँह फौलादी।
वतन की यज्ञशाला में बनाया हव्य शीशों का,
शहीदों के अथक संघर्ष का परिणाम आज़ादी॥

इन्द्र प्रसाद - लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

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