जीवन का स्वर्णिम अध्याय - कविता - इमरान खान

ये जीवन का स्वर्णिम अध्याय है!
कि दीवार के एक कोने से दूसरे कोने को मापने की
कोई गणितीय विधि नहीं है!
आकाशगंगा से आती हुई रोशनी,
और जगमगाता दृश्य,
सब काल्पनिक है!
मनुष्य मनुष्य नहीं है 
इतिहास की कोई काल्पनिक कथा है!

इमरान खान - नत्थू पूरा (दिल्ली)

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