दीपा पांडेय - चम्पावत (उत्तराखंड)
वक़्त को यूँ न ठुकराइए - ग़ज़ल - दीपा पाण्डेय
रविवार, दिसंबर 04, 2022
अरकान : फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन
तक़ती : 212  212  212
वक़्त को यूँ न ठुकराइए,
वक़्त है क़ीमती जानिए।
ख़्वाबों में मंज़िलें ही सही,
ख़ुद को श्रम में डुबो लीजिए।
राह में काँटे चुभ भी गए,
फूल बनके खिला कीजिए।
डोर रिश्तों की टूटे नहीं,
तन में धीरज समा लीजिए।
सुख की कलियाँ ही जग में सही,
ग़म के पौधों को मत रोपिए।
निंदा रस में समाने से पहले,
ख़ुद की परछाई में झाँकिए।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर

