नृपेंद्र शर्मा 'सागर' - मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
साथी मेरे - गीत - नृपेन्द्र शर्मा 'सागर'
शनिवार, अगस्त 06, 2022
साथी मेरे, हमदम मेरे,
मैं साथ हूँ, हरदम तेरे।
दिल में है तू, साँसों में तू,
पलकों में हैं, सपने तेरे।
साथी मेरे, हमदम मेरे।
दुनिया है ये, ज़ालिम बड़ी,
पीछे पड़ी है, तेरे मेरे।
ये प्यार का, रस्ता कठिन,
डर कुछ नहीं, संग में तेरे।
साथी मेरे, हमदम मेरे।
लम्बा सफ़र, मुश्किल डगर,
तू साथ चल, हरपल मेरे।
हम जीत लेंगें, बाज़ी सभी,
पानी है मंज़िल, संग में तेरे।
साथी मेरे, हमदम मेरे।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर