भगवती प्रसाद मिश्र 'बेधड़क' - लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश)
रंग गुलाबी छा गया - कुण्डलिया छंद - भगवती प्रसाद मिश्र 'बेधड़क'
शुक्रवार, मार्च 18, 2022
रंग गुलाबी छा गया, गली-गली गुलज़ार।
अंग-अंग गीले दिखें, होली के त्योहार।।
होली के त्योहार, हलचल मची है दिल में।
प्रीति-प्यार का हार, छुपे हैं साजन बिल में।।
कहें बेधड़क बंधु, प्यार का हार शराबी।
दिल-दिल भय रंगीन, छा गया रंग गुलाबी।।
देखिये हर रोज साहित्य से जुड़ी Videos