अविनाश ब्यौहार - जबलपुर (मध्य प्रदेश)
शीशम-सागौन - नवगीत - अविनाश ब्यौहार
सोमवार, दिसंबर 27, 2021
घर-घर पहचाने है
शीशम-सागौन!
महिमा है इनकी भी
कुछ कम नही!
इमारती लकड़ी है
बेदम नही!
भोर उठी कर रही
नीम का दातौन!
होता है पेड़ से
स्वच्छ परिवेश!
मौसम बदलेगा
बार-बार भेष!
सभी फूल फूले हैं
बिरला जासौन!
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर