जय हो विश्वकर्मा भगवान की - कविता - अभिषेक विश्वकर्मा

बोलो जय विश्वकर्मा भगवान की,
इस जगत के देव महान की,
जय हो विश्वकर्मा भगवान की।

इस सृष्टि के निर्माता तुम हो,
हर विपदा से हमें उबारे,
सबके भाग्य विधाता तुम हो।

सकल सृष्टि के कर्ता धरता,
हम सब के हो पालन कर्ता,
नाम तुम्हारा लेकर के ही,
हर एक काज सफल है होता।

बुद्धि विवेक के तुम हो दयाक,
हम सबके तुम हो परिचायक,
हम सब तेरा ध्यान लगाते,
सब पापों से हमे बचाते,
भूल भटक जाए यदि कोई,
उसको सही हैं राह दिखाते।

ध्यान करे जो विश्वकर्मा का,
बुद्धि विवेक को पाता है,
जो आता है शरण में इनकी,
बंधन से मुक्ति पाता है।

जय बोलो देव महान की,
जय हो विश्वकर्मा भगवान की।।

अभिषेक विश्वकर्मा - हरदोई (उत्तर प्रदेश)

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