लीलाधारी श्री कृष्ण
लीला अपरंपार,
आकर संकट दूर करो प्रभु
हे जग के करतार।
लीलाधारी हे श्री कृष्णा चक्र सुदर्शन धारी हो,
माता यशोदा के गोपाला गोपियों के गिरधारी हो।
हे केशव माधव दामोदर सखा सुदामा सुखदाता,
अगम अगोचर अविनाशी जगकर्ता विश्व विधाता।
कोई तुमको छलिया कहता कोई माखन चोर तुझे,
मेरे मदन मुरारी लगते मनमोहक चितचोर मुझे।
जब छेड़ो तान मुरली की दुनिया दीवानी हो जाए,
बाँसुरी की धुन पर सारा जग मतवाला हो जाए।
कान्हा माला जप सदियों से जप रहे साधु-संत,
करो कृपा परमात्मा अब पाप का कर दो अंत।
केशव माधव दामोदर प्रिय सखा सुदामा सुखदाता,
पार्थ के सच्चे सारथि रण में तभी विजय पाता।
लीलाधारी कृष्ण कन्हैया गोकुल के घनश्याम,
भक्त कब से पुकार रहे हैं प्रभु आ जाओ अविराम।
रमाकांत सोनी - झुंझुनू (राजस्थान)