जीवन एक अनुभव है - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला

अनुभव वक़्त के संदूक का वह ख़ज़ाना है जो भविष्य में आप के काम आता है, लेकिन कोशिश तो आख़िर तक करनी ही चाहिए या तो लक्ष्य हासिल होगा या अनुभव।
बुद्धिमान व्यक्ति कभी नहीं हारता न तो वह तो जीतता ही है वह तो ज़िंदगी भर अनुभव से सीखता है।
और यह भी सत्य है कि भविष्य किसने देखा है बस औरों के हालातों और अनुभवों से अनुमान ज़रूर लगाया जा सकता है। विपरीत परिस्थितियों से सामना करने के लिए आपको किताबी ज्ञान की नहीं, अनुभवी व्यक्तियों के साथ की ज़रूरत होती है। विपरीत परिस्थिति में काम करने का अनुभव कुछ अलग ही होता है।

अनुभवी व्यक्ति न केवल आपको ऐसी परिस्थितियों से लड़ने से परिचय करवाता है बल्कि लड़ने की ताकत कैसी होनी चाहिए यह भी बताता है। उम्र के साथ-साथ जैसे घटनाक्रम से इंसान गुज़रता है जिन जिन परिस्थितियों को वह झेलता है, उस अनुभव से जीना सीखता है।

अनुभव उम्र से नहीं बल्कि परिस्थितियों से मिलते हैं, और परिस्थितियां इंसान को जीने का ढंग सिखाती हैं।
लेकिन उम्र का भी अवश्य रोल होता है अनुभव के मामले में।
अनुभव उम्र एवं परिस्थिति दोनों से बेहतर ढंग से आता है।
यह सत्य है कि एक सामान्य परिस्थिति की स्थिति में कम उम्र वाले की तुलना में अधिक उम्र वाले को ज़्यादा अनुभव आता है।
परिस्थिति हमें ज़िन्दगी की कसौटी पर हर वक़्त कसती रहती हैं। समय की धारा ही अनेक परिस्थितियां लाकर खड़ी कर देती है। यही बिल्कुल सच है, जिससे व्यक्ति को जीवन जीने का अनुभव प्राप्त हो जाता है। परिस्थिति हमें अनुभव कराती है कि ज़िंदगी को कैसे जीना है। शिक्षा हमारी सोच को विकसित करती हैं ना कि अनुभवों को।

जीवन का सही अनुभव तो परिस्थितियां ही सिखाती हैं।
व्यक्ति शिक्षा प्राप्त करता है और अलग-अलग प्रकार की शिक्षा से दक्षता हासिल करता है, उस मनुष्य में सभी प्रकार की परिस्थितियां व जीवन का अनुभव हो यह बात पूरी तरह से सही नही है, लेकिन जीवन का अनुभव व्यक्ति जीवन जी कर ही प्राप्त करता है।
पूरा जीवन एक अनुभव है, आप जितने अधिक प्रयोग करते हैं उतना ही इसे बेहतर बनाते हैं। जीवन को शिक्षा के माध्यम से सीखा नहीं जा सकता।

हर उम्र में जीवन में नए नए अनुभव आते हैं, और उसी अनुभव के द्वारा हम सही गलत या हमारे द्वारा किए गए कार्यों का अवलोकन कर पाते हैं। जिससे कि आगे जाकर हमें सही बातों का अनुभव होने लगता है।
देखा गया है कि बड़े बुजुर्गों में अधिक समय तक सभी बातों का अनुभव करने के कारण जीवन का अनुभव अधिक होता है।
इसी प्रकार जो व्यक्ति जीवन को जीता है जीवन का सही अनुभव परिस्थितियों से प्राप्त कर लेता है।

सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos