मेहनत के साथ स्मार्ट वर्क ज़रूरी - लेख - सुनील माहेश्वरी

दोस्तों यह बहुत ही अच्छा और उचित सवाल है कि मेहनत तो हम बहुत करते हैं, लेकिन हमें मन मुताबिक़ सफलता का परिणाम हासिल नहीं होता। क्योंकि अगर मेहनत की बात करें तो सिर्फ मेहनत करने से ही सफलता हासिल नहीं होती, और ना ही सपने पूरे होते हैं।
अगर ऐसा संभव होता तो आज के समय में एक मज़दूर सबसे ज्यादा सफल और पैसे वाला इंसान होता, क्योंकि सबसे ज्यादा मेहनत तो असल में वही करता है।

इसलिए सिर्फ़ मेहनत करना ही ज़रूरी नहीं, हम मेहनत किस कार्य में कर रहें है, क्यों कर रहे हैं, उस कठिन मेहनत से हमें क्या परिणाम मिलेगा, यह जानना और समझना भी बहुत आवश्यक है। क्योंकि बिना किसी प्रारूप, रणनीति और परिणाम की सोच के बगैर किये गये कार्य हमें हमारे सपनों को पूरा नहीं होने देंगे, इसलिए कहते भी हैं कि आज के समय में सिर्फ़ मेहनत और इमानदारी से किये गए कार्य से ज़रूरी नहीं कि सफलता आपको मिलेगी, बल्कि स्मार्ट गोल सैट, और प्लानिंग के साथ काम करके हम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। क्योंकि बेशक मेहनत सफलता की गारंटी तो नहीं पर उसको मिलने के अवसर को तो बढ़ा ही देती है।

लेकिन दूसरी ओर अगर आपके सपनों में उनको पूरा करने की जुस्तजू, जोश और जुनून सवार है, तो सच मानिए यारो आपको आपके सपनों को पूरा करने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती, बशर्ते वह सपना आपकी मेहनत, लगन और प्लानिंग के साथ किया गया हो। क्योंकि मेरा मानना है सपने ज़िन्दगी में चाहे जितने देखो, हक़ीक़त में वही पूरे होते हैं जो सपने हमारे ज़िद्दी होते हैं।

सुनील माहेश्वरी - दिल्ली

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