आशाराम मीणा - कोटा (राजस्थान)
कलम की मिसाल - कविता - आशाराम मीणा
गुरुवार, नवंबर 12, 2020
कलमकार हूँ कलम की मिसाल लिखता हूँ।
नापाक दिलो को पाक करे वो नजीर लिखता हूँ।।
जो टूट चुके उन पैमानों का नाप लिखता हूँ।
इंसानियत को राह मिले वो नसीहत लिखता हूँ।।
वीरांगना की वीरता की पहचान लिखता हूँ।
शीश निशानी भेज दे वह वृतांत लिखता हूँ।।
सती हो चुकी पद्मावती की गाथा लिखता हूँ।
कलमकार हूँ कलम की मिसाल लिखता हूँ।।
हिंदू शिरोमणि शेर का इतिहास लिखता हूँ।
हल्दीघाटी के लहू रण का दृष्टांत लिखता हूँ।।
गजफौज से लड़े चेतक की प्रशंसा लिखता हूँ।
कलमकार हूँ कलम की मिसाल लिखता हूँ।।
पँख कटे हुए परिंदों की उड़ान लिखता हूँ।
सीमा पार खड़े वीरो की विरानी लिखता हूँ।
खीचड़ में खिले कमल की दास्तान लिखता हूँ।
कलमकार हूँ कलम की मिसाल लिखता हूँ।।
वसुंधरा के दर्द की सच्ची इबादत लिखता हूँ।
ज़ुल्मकारी सत्ता की सियासत लिखता हूँ।।
न्याय नहीं हैं अबला को हकीकत लिखता हूँ।
कलमकार हूँ कलम की मिसाल लिखता हूँ।।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर