हम भारतीय सैनिक हैं दिलों से कहां जायेंगे,
आपकी आंखों में तारे बनके यूं ही झिलमिलाएगे।
यह धरती, आसमां, देश यहीं पर समाएंगे,
आपकी याद में देशभक्ति गीतों में लौट आएंगे।
कटे गर्दन, बहे खून नहीं हमें कोई गम हैं,
मिट जाएंगे भारत मां के लिए क्या यह कम हैं।
खून से अपनी भारत मां को हम सजाएंगे,
अरे! भारतीय सैनिक हैं फूलों में मुस्कुराएंगे।
हमारी आन बान शान सब हिंदुस्तान हैं,
हमारे नाम की पहचान बस हिंदुस्तान हैं।
हम हिंदुस्तानी ऐसे मौत को गले लगाएंगे,
कि जाते-जाते भी तिरंगे ही लहराएंगे।
जाते-जाते भी कुछ ऐसा कर जाएंगे,
कि देशवासी हमारी शहीदी पर जश्न मनाएंगे।
प्रदीप कुमार बाजिया "दीप" - जयपुर (राजस्थान)