नेताजी का चुनावी घोषणा-पत्र - हास्य व्यंग्य लेख - श्याम "राज"

भाइयों और बहनों........
हमने तो वो समय भी देखा है जब आदमी अंधेरा होने के बाद अपने घर से बाहर नहीं निकलता था। भाई-भाई पर शक करता था और अपने-पराये की पहचान नहीं थी। हमने तो वह समय भी देखा है जब हर दिल में डर था जब हर चेहरा मुरझाया हुआ था पर अब समय बदल रहा है और आज मैं आपके सामने फ़र्क के साथ कह सकता हूँ कि अब किसी को किसी से डरने की जरूरत नहीं है सभी आजादी के साथ घूम सकते हैं पीछे से एक आदमी आया अरे! थोड़ा-थोड़ा पीछे हो जाओ नेताजी को साँस तो आने दो क्यों इनके चिपक के खड़े हो...?
जनता की हँसी निकल गई....... नेताजी.. देखो कैसे लोगों के चेहरे पर हँस आई है तो मैं छाती चौड़ी एवं सिर ऊंचा करके कह सकता हूँ कि अब माहौल ठीक है | 

नेता जी का भाषण चल ही रहा था कि किसी ने पीछे थोड़ी दूर पर पटाखे फोड़े..  नेताजी पास में लगी मेज के नीचे जा छुपे डर की वजह से, यह जो अभी थोड़ी देर पहले निडर होने की बात कर रहे थे। किसी ने पास आकर कहा यह गोलियों की आवाज नहीं.. नेता जी यह तो पटाखों की आवाज थी। ओहो यह क्या किया? जनता क्या सोचेगी? जो नेताजी पटाखों की आवाज में खुद ही डर गए वह जनता का कैसे हौसला बढ़ाएंगे। कुछ तो करना पड़ेगा, सब हो जाएगा पहले आप मेज के नीचे से बाहर तो आ जाओ, हँस-हँस के जनता के पेट में दर्द होने लगा पर करे भी क्या? नेता जी से आगे आने वाले पाँच वर्षों के लिए बहुत सारे वादे जो लेने थे जो कभी पूरे नहीं होंगे। मूर्ख जनता नेताजी पर नहीं अपने आने वाले दिनों के लिए अपने आप पर हँस रही थी कि देखो हमें कैसे मूर्ख बनाया जायेगा।

अब नेताजी मेज के नीचे से बाहर निकल कर वापस माइक हाथ में लेते हैं बोले देखा भाइयों और बहनों कैसा लगा हमारा मजाक? (शायद नेताजी कॉमेडी नाइट विद कपिल शो के कलाकार डॉक्टर मशहूर गुलाटी से बहुत प्रभावित थे) बहुत देर से देख रहा था कि आप सभी के चेहरे मुरझाए जैसे लग रहे थे सोचा आप सभी को थोड़ा हँसा दूँ इसलिए मैं.......।

तो हाँ मैं कह रहा था कि अब माहौल ठीक है अब आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपकी जरूरत के हर कार्य को पूरा करने का प्रयास करेंगे अगर आपने हमें इस चुनाव में जीताया तो। आज आप सभी कहां खड़े हो यह आप सभी से छुपा नहीं है पिछली बार जो सरकार थी उसने क्या-क्या वादे किए थे आपसे पर देखो आज उनमें से कितने पूरे हुए शायद ना के बराबर मैं गिनती करवाऊ आपको......
देखो शहर की हर गली में सड़क बन गई है। रोड लाइट लग गई है। नालियाँ बन गई है। पूरा शहर हरा-भरा हो गया है अब यहाँ कोई भी बेरोजगार दिखाई नहीं देता। एक भी ऐसा कोई वरिष्ठ नागरिक नहीं बचा जिसे पेंशन नहीं मिल रही है। एक फोन कॉल पर कहीं भी एंबुलेंस पहुँच जाती है। हर घर में बिजली पहुँच गई है। अपराध रोकने के लिए हर चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सरकारी स्कूलों में भी सभी विषयों के शिक्षक आ गए हैं। बीपीएल जैसी अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उसी को मिल रहा है जो सही में इसके हकदार है। हाँ सबसे बड़ा वादा पानी की समस्या को लेकर किया था जो अब बिल्कुल भी नहीं रही इसलिए अभी से चौबीसों घंटे सबको पानी मिल रहा है। ये सब बातें कहते समय नेता जी मंद मंद मुस्करा रहे है। तालियों की जोरदार गड़गड़ाहट....  नेताजी भी सोचने लगे सही जा रहा है भाषण, तो अपनी मूछों को ताव देते हुए ये सब काम किए हैं पिछली सरकार ने आप सब ने तो देखा ही है। तालियों की गड़गड़ाहट और तेज हो गई। नेता जी मन ही मन मैं मुस्कुराने लगे और एक हाथ में माइक तो दूसरे हाथ को ऊपर उठा कर फिर से कहा धन्यवाद... धन्यवाद... हमने भी विकास के लिए एक घोषणा-पत्र तैयार किया है और आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हमारी जीत होने पर मैं अपने किए गए सभी वादों को पूरा करूँगा। हमारे घोषणा-पत्र में विकास के प्रमुख मुद्दे ये ये है... साठ साल से ऊपर के सभी मतदाताओं को सर्दी के मौसम में दो-दो च्यवनप्रास के डिब्बे दिये जाएंगे। सभी माता-बहिनों को महिला दिवस पर साड़ियाँ और सुट वितरण किये जाएंगे। सभी भाईयों की मोटरसाइकिल और गाड़ियों की फ्री सर्विस करवाई जाएगी। सभी के मोबाइल फ़ोन को पाँच साल के लिये एक ही बार में रिचार्ज करवा दिया जायेगा। सबसे अच्छी निजी शिक्षण संस्थान में फ्री शिक्षा दी जाएगी। हर चौराहे और गली में चौबीसों घंटे जलने वाली लाइट्स लगवाई जाएगी। तम्बाकू और गुटखा खाने वालो के लिये सभी दुकानों से तम्बाकू और गुटखा फ्री कर दिया जायेगा। सभी कुँवारे भाईयों के लिये रिश्ता ढूंढने की जिम्मेवारी हमारी होगी। हर गली में फ्री वाई फाई वाला पुस्तकालय खोला जाएंगे और किसी को भी अवश्यकता पड़ने पर वीआईपी गाड़ी ऑन कॉल एक मिनट में उपलब्ध करवाई जाएगी। पानी के लिये प्रत्येक घर के सामने बड़ी पानी की टंकी बनाई जाएगी। बेरोजगारी दूर करने के लिये देश की सबसे बड़ी गॉसिप फैक्ट्री इसी शहर में लगाई जाएगी जिससे किसी को भी रोजगार ढूंढ़ने के लिये शहर से बाहर ना जाने पड़े।
धन्यवाद..... आप सभी ने मुझे बड़े ही धैर्यपुर्वक सुना...

(जनता ने तालियाँ बजाकर नेताजी के घोषणा पत्र का स्वागत किया)

श्याम "राज" - जयपुर (राजस्थान)

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