सदा देश का हित करना।
इस धरती का कण-कण सोना,
तुम सदा ध्यान इसका रखना।।
है अब भार वतन का तुझपर,
बच्चो तुम आगे रहना ।
वलि जाऐ यदि शीश वतन पर,
जरा सोच तुम मत करना।।
अंतिम वह कर्म धन्य होगा,
भारत माता की जय कहना।
बच्चो तुम हो शांन देश की ।
अरमान न तुम बाकी रखना।।
मात्र भूमि की रक्षा करना,
प्रथम कर्म अपना करना।
पौरूष शक्ति बढेगी तेरी,
तुम अपना फ़र्ज़ अदा करना।।
राहुल सिंह "शाहावादी" - जनपद, हरदोई (उत्तर प्रदेश)