चलो चॉकलेट का बाग़ लगाते हैं - बाल कविता - नूरफातिमा खातून "नूरी"

चलो चॉकलेट का बाग़ लगाते हैं,
मैंगो, फ्रुटी का  तालाब बनाते  हैं।

बिस्किट के पत्ते लालीपाप की कलियां हों
सेव, नमकीन, लाइचीदाना की फलियां हों।

फ्रेंचफ्राई, फिंगर, की डाली बने,
प्यारा रोबोट बाग का माली बने।

जड़ में चीनी, महिया की खान हो
नानखटाई, शकरपारेकी पान हो

चीप्स, कोफ्ता, कोरमा उसकी छाल हो,
मेरा पेड़ हरा, पीला नीला लाल हो

नूरफातिमा खातून "नूरी" - कुशीनगर (उत्तर प्रदेश)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos