हम हर दुश्मन से लड़ने वाले,
देश का मान बढ़ाने खातिर,
खेले हम जी जान से..!
हम सैनिक हैं, हम सैनिक हैं,
ये कहते हैं हम शान से..!!
विश्व विजय ये ध्वज लहराए,
सभी देश का मान बढ़ाए,
मर मिटने का ज़ज्बा लेकर,
घर से निकले शान से..!
हम सैनिक हैं,हम सैनिक हैं,
ये कहते है हम शान से..!!
श्वेत रंग से शांति बिखरे,
हरे रंग से धरती निखरे,
मिले मनोबल हम सबको
इस भगवा परिधान से..!
हम सैनिक हैं, हम सैनिक हैं,
ये कहते है हम शान से..!!
वीरों की अनुपम गाथाएं,
आओ सब मिल इसको गाएँ,
नहीं किसी को खेलने देंगे,
भारत माँ की आन से..!
हम सैनिक हैं, हम सैनिक हैं,
ये कहते है हम शान से..!!
करन त्रिपाठी - हरदोई (उत्तर प्रदेश)