जीवन लक्ष्य - कविता - मधुस्मिता सेनापति

जीवन के लक्ष्य पूरा न हो तो
तुम मन पर मत रखो गम
मंजिल पाना हो तो 
प्रयासों को कभी मत करो कम.......!!

जब लक्ष्य हो सामने
तो किस बात की 
इंतजार है अब
बढ़ा दो अपने कदम
पता नहीं दोबारा मौका मिलेगा कब......!!

कुछ पाने के लिए कुछ खोना तो पड़ेगा
जल्दबाजी में होश खोना न होगा
वक्त रहते ही कोशिश तो करना ही पड़ेगा
मंजिल पाने के लिए लड़ना तो होगा....!!

लक्ष्य चाहे कितने दूर क्यों न हो
हमें उसके नजदीक जाना ही होगा
लक्ष्य चाहे सरिता के किनारे हो
हमें नदी को तो पार करना ही होगा
परेशानियां आती है जीवन में जरूर
लेकिन हमें लक्ष्य को हासिल करना ही होगा.....!!


मधुस्मिता सेनापति - भुवनेश्वर (ओडिशा)

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