माह-ए-रमज़ान - भोजपुरी कविता - बजरंगी लाल यादव


आइल रमज़ान रचिका रखिहा तूं दूरी,
लाक डाउन के पालन करब,बहुत बा जरूरी,
कोरोना के नाते बढ़ल बाटे मजबूरी,
दूरी बना के रखलो बहुत बा जरूरी,
बच औ बचा के करिहा इच्छा तूं पूरी,
हाथ-मुँह धोयी के खइहा तन्दूरी,
माना हमरो कहना सब,कनवाँ के खोली
करत निवेदन बानी हथवा के जोरी,
थोड़ा से धीरज औरो धरब बा जरूरी,
भागी महमारी देश से खइहा सेंवई पूरी|

बजरंगी लाल यादव
दीदारगंज,आजमगढ़

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