खुद को बचाना है,जग को बचाना है - कविता - शिवम कौरव संघर्ष


खुद को बचाना है,जग को बचाना है ।
मिलकर के सुंदर , जहाँ ये बनाना है ।।

1. ना बाहर जाये ना, गले से लगाये
ना बाहर खाये ना हाथ मिलाये
तो हम सब ने ठाना है कोरोना हराना है
खुद को बचाना है.........,

2. ना हमको डरना, ना हमको घबराना है
बस घर पर रहना है, घर पर ही रहना है
तो खुद हाथ धोए ओर सब के धुलबाना है
खुद को बचाना है........,

3. हो सर्दी निमोनिया तो डॉक्टर को दिखाये
ना ढील डाले ना आफत बढ़ाये 
जंग है बड़ी पर जीत कर दिखाना है
खुद को बचाना है........,

4. किसी के वो पापा जो घर तक ना आये
दिन रात ड्यूटी पे फर्ज है निभाये
तो सैनिक  सिपाहियों का हौसला बढ़ाना है
खुद को बचाना है जग को बचाना है.....।


शिवम कौरव संघर्ष
ग्राम कान्हारगांव तह - गाडरवारा, नरसिहपुर, मध्यप्रदेश

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