कोरोना का कहर - हरियाणवी कविता - समुन्दर सिंह पंवार


रै सुणले कोरोना बदकार,
तनै यो नचा दिया संसार

ठप्प कर दिये काम और धंधे
तनै घणे खा लिये बन्दे
मची चोगरदै हा -हाकार ,
तनै यो नचा दिया संसार
                            
करे सब घरां मै कैद रै
फेल कर दिये डॉक्टर , बैध रै
सब होरये सैं लाचार ,
तनै यो नचा दिया संसार
                         
तनै सबके छुड़ाये छक्के
सब रहगे हक्के , बक्के
इसी पकड़ रहा रफ्तार ,
तनै यो नचा दिया संसार
                         
सैं सारै तेरे जिकरे
सब गाली तनै बकरे
यो साची कहरा पँवार ,
तनै यो नचा दिया संसार


समुन्दर सिंह पंवार

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