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विधा/विषय "मानव छंद"
विनती प्रभु स्वीकार करो - मानव छंद - डॉ॰ आदेश कुमार गुप्ता पंकज
गुरुवार, सितंबर 30, 2021
शरण आप की आया हूँ। साथ न कुछ भी लाया हूँ।। विनती प्रभु स्वीकार करो। शीश पर अपना हाथ धरो।। मैं अज्ञानी ज्ञान नहीं। भूलों का है भान नहीं…
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