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विधा/विषय "महाभारत"
द्रोपदी का चीर हरण - कविता - सीमा वर्णिका
गुरुवार, सितंबर 09, 2021
द्युतक्रीड़ा में हार गए युधिष्ठिर, राज्य धन वैभव भाई बंधुवर। अंत में पंचाली दाँव लगाई, शकुनि चाल से मात खाए कुँवर। द्रोपदी को समाचार स…
पुकार रही वह द्रुपद सुता - कविता - राघवेंद्र सिंह
मंगलवार, अगस्त 31, 2021
पुकार रही वह द्रुपद सुता हो रहा सभा में चीरहरण। लाचार हुए सब मूक बधिर नारित्व का हो रहा क्षरण। कल तक जो थी वह आभा आज भूमि पर गिरी पड…