सीमा शर्मा 'तमन्ना' - नोएडा (उत्तर प्रदेश)
शब्दों में मान मर्यादा - कविता - सीमा शर्मा 'तमन्ना'
शनिवार, दिसंबर 14, 2024
शब्दों में ढकी मान मर्यादा,
शब्द बिना जीवन ये आधा।
शब्द कहीं कम हैं कहीं ज़्यादा,
शब्दों से ही सारी बाधा।
शब्द ही तीर, शब्दों में पीड़,
शब्द ही मंज़िल राही और नीड़।
शब्द ही मरहम शब्द बेरहम,
शब्दों में ही समस्त देवाश्रम।
शब्द में मंथरा सी है बाधा,
शब्दों में व्याप्त ज्ञान जो राधा।
शब्द में ही समस्त रामायण,
शब्द में व्याप्त हैं नारायण।
शब्द कलह है शब्द जिरह,
शब्द में आकर छुपा विरह।
शब्द ही विष हैं शब्द औषधी,
शब्द की होती अपनी परिधि।
शब्द ही धूप हैं शब्द ही छाँव,
शब्दों से अक्सर जलते पाँव।
शब्दों में कुंठा शब्दों में चिंता,
शब्द-शब्द ही फिर देते घाव।
शब्द हैं चंदन शब्द ही वंदन,
शब्द से है प्रवाहित हर भाव।
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