हिंदी की महिमा - कविता - शरद कुमार शिववेदी

हिंदी की महिमा - कविता - शरद कुमार शिववेदी | हिन्दी दिवस पर कविता | Hindi Diwas Kavita - Hindi Ki Mahima
हिंदी है भारत की शान,
हिंदी से है देश की पहचान।
हिंदी है राष्ट्रभाषा प्रथम स्थान,
हिंदी ने भर दी संविधान में जान॥

हिंदी है तिरंगे की पहचान,
हिंदी से बने महापुरुष महान।
हिंदी ने बनाई अपनी अनोखी पहचान,
हिंदी है मेरी माटी की जान॥

हिंदी कराती सभी क्षेत्रों का ज्ञान,
हिंदी में है पूर्ण ज्ञान और विज्ञान।
हिंदी से जाना भूगोल महान,
हिंदी से कश्मीर और हिमालय की पहचान॥

हिंदी से गंगा, यमुना, सरस्वती का गुणगान,
हिंदी ही बोध कराती इनकी शक्ति की पहचान।
हिंदी ने भर दी सभी भक्तों में जान,
हिंदी से अपनी संस्कृति की पहचान॥

हिंदी से बाबा तुलसीदास की पहचान,
हिंदी से ही महाकाव्य रामायण महान।
हिंदी से श्री राम की गाथा का गुणगान,
हिंदी से ही हनुमान की भक्ति की पहचान॥

मेरी हिंदी प्यारी हिंदी तूने किया देश महान,
हिंदी से ही भारत बना विश्व गुरु महान।
हिंदी ने ही अंतरिक्ष का कराया ज्ञान,
हिंदी से खगोल शास्त्र, गृह, नक्षत्र का स्थान॥

हिंदी की यही है मेरी असली पहचान,
बोलो बोलो मेरे भाई-बहिनों 'हिंदी ही महान'।
हम सब करें इसका जीवन में सम्मान,
हिंद देश के निवासी, हिंदुस्तान की शान॥

शरद कुमार शिववेदी - छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश)

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