ऊर्जा - कविता - अजय गुप्ता 'अजेय'

जीवन में इच्छा-संकल्प,
हैं सर्वोत्तम सह-प्रकल्प।
स्वतंत्र विचार मानव के पास,
किंतु वह अपने मन का दास।
सही निर्णय नहीं ले पाता है,
नहीं दासता से पार पाता है।
संकल्प मुक्ति का सशक्त साधन,
दौड़ता दृढ़ इच्छाशक्ति से वाहन।
जीवन में जो चाहो बढ़ना,
सतत संकल्प होगा गढ़ना।
संकल्पों में शक्ति अपार,
कार्य पूर्ण कर बाधा पार।
सनातन वैदिक धार्मिक अनुष्ठान,
विशेष संकल्प आवश्यक विधान।
बिना संकल्प फलित न पूजा,
मिलता फल इंद्रदेव को दूजा।
संकल्पों से होते शुरू प्रयास,
नहीं तो विजय सिर्फ़ कयास।
मानव जीवन है महत्व विशेष,
बिना संकल्प केवल अवशेष।
जाने अंजाने दुर्व्यसन शिकार,
संकल्प शक्ति से ही होता पार।
दृढ़ संकल्प सफलता कुंजी,
जीवन में यह सँजो ले पूंजी।
अर्थवेद का है यह ज्ञान,
संकल्पों में शक्ति महान।
मिले समस्याओं से छुटकारा,
संकल्प इच्छाओं का सहारा।
आओ हम संकल्प उठाएँ,
भारत को मज़बूत बनाएँ।
सबसे ऊँचा फहराएँ तिरंगा,
चहुँओर हरियाली सतरंगा।


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