सुर्य देव की उपासना - कविता - संजीव चंदेल

सुर्य देव की हम उपासना करें
माँगें सुख और शांति,
हर काम सफल हो भगवन
रहे न कोई भ्रांति।

सुरज की भाँति सबका जीवन
दमकता रहे चमकता रहे,
घर आँगन सबका प्रसून सा
महकता रहे।

उगते सूर्य से अपने मन की 
इच्छा माँगें,
अर्ध देकर अपने घर परिवार की
सुख शांति की भिक्षा माँगें।

सबके घर परिवार को ज्योतिर्मय
रखना मेरे भगवन,
कहीं न कोई अशांति हो
सुखमय हो सबका घर आँगन।

संजीव चंदेल - अकलतरा (छत्तीसगढ़)

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