या ख़ुदा मोहसिन मेरे मेहरबाँ मेरे करीम।
मौला मेरे मालिक मेरे जानें जहाँ मेरे रहीम। 2
आज तुझको पा गया हूँ,
इश्क़ में तेरे सना हूँ।
ये मेरी दीवानगी है
जिस्म में रहकर फ़ना हूँ।
अल्ला आ... ओ अकबर रहमानो रहीम।
या ख़ुदा मोहसिन मेरे मेहरबाँ मेरे करीम।
मौला मेरे मालिक...।
हर तरफ़ जलवा तेरा,
बस तेरा दीदार है।
रूह भी अब जिस्म छोड़े,
कोई नही दरकार है।
देख तुझपर मर मिटा हूँ,
जानें जाँ मेरे नसीम।
या ख़ुदा मोहसिन मेरे,
मेहरबाँ मेरे करीम।
मौला मेरे मालिक मेरे। 2
या ख़ुदा तेरी मेहरबानी,
शुक्रिया रहम-ओ-करम।
आज तेरा नूर पाया,
अब न कोई रंज-ओ-ग़म।
दिल ही मेरा रुख़सार है,
अल्ला मेरे, मेरे रहीम।
या ख़ुदा मोहसिन मेरे,
मेहरबाँ मेरे करीम।।
मौला मेरे... 2
सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)