डॉ. राम कुमार झा "निकुंज" - नई दिल्ली
गाऊँ राम भजन - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
गुरुवार, अप्रैल 22, 2021
रामावतार गीत गाऊँ मैं,
जीवन पापों से उद्धार करुँ।
श्रीराम नाम अभिराम मनोहर,
अन्तर्मन निश्छल अनुनाद करूँ।
नित कौशलेय रघुनाथ सुकोमल,
दशरथ नन्दन सुन्दर मन अभिसार करूँ।
जीवन नित मर्यादा पुरुषोत्तम,
सरसिज राघवमुख अनुराग करूँ।
जय रघुनन्दन जग असुर निकन्दन,
सीता राम लखन गलहार करूँ।
रघुकुल नीति नित वचन सत्पालक,
श्रीराम मन निकुंज विहार करूँ।
महान् भरत सम भाई परंतप,
शत्रुघ्न अनुज हृदय सुखसार करूँ।
प्रीति भक्तिमय नित लखन लाल मन,
जय सियराम गान गुंजार करूँ।
मारि दशानन जग पाप विमोचन,
नित हनुमान भक्ति जयकार करूँ।
हर पाप त्रिविध शरणागत वत्सल,
गाऊँ राम भजन सुखसार करूँ।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर