मेरी रानी - कविता - अंकुर सिंह

सोचता हूँ,
तुम जब मेरी रानी बनोगी,
जीवन में खुशियाँ छा जाएगी।
तेरे साथ होने का अहसास,
जीवन को सुगंधित कर जाएगी।।

इसी उम्मीद में,
तेरे हाँ का इंतज़ार करता हूँ,
दिन रात बस तुम्हे चाहता हूँ।
आएगा तेरा प्रेम संदेश
इसी आशा में हरदम रहता हूँ।।

सच कहूँ,
थोड़ी नट-खट, बड़ी अच्छी लगती हो,
मेरे सपनों में तुम परी सी लगती हो।
अहसास करती तुम भी मेरे शब्दों को,
फिर भी मुझसे दूर दूर क्यों रहती हो।।

मेरे जीवन में आकर,
मेरे जीवन को महका जाओ।
चाहत है इस दिल की,
मेरी बनकर, मुझमें ही समा जाओ।।

मिशाल बनेगी हमारी कहानी,
मैं तेरा राजा, 
तुम रहोगी मेरी रानी।

अंकुर सिंह - चंदवक, जौनपुर (उत्तर प्रदेश)

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