मुस्कुराते हुए दिन बिताना - ग़ज़ल - आलोक रंजन इंदौरवी

मुस्कुराते हुए दिन बिताना।
साथ देगा तुम्हारा ज़माना।।

रास्ते में रुकावट जो आए,
प्यार से ही उसे तुम हटाना।

दिल में तेरे कई राज़ होंगे,
दूसरों को कभी मत बताना।

देख के दीन दुखियों की हालत,
हाथ उनकी तरफ़ भी बढ़ाना।

रूठना गर किसी से कभी तो,
जल्द से जल्द ही मान जाना।

दोस्ती हो गई जब किसी से,
ज़िंदगी भर उसे तुम निभाना।

खूबसूरत है ये ज़िन्दगी भी,
बस मुहब्बत से इसको सजाना।

आलोक रंजन इंदौरवी - इन्दौर (मध्यप्रदेश)

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