तिरंगा - कविता - अंकुर सिंह

तिरंगा है हमारी जान,
कहलाता देश की शान।
तीन रंगों से बना तिरंगा,
बढ़ता हम सब की मान।।

केसरिया रंग साहस देता,
श्वेत रंग शांति दिखलाता।
हरा रंग विकास को बता,
तिरंगा बहुत कुछ बताता।।

तिरंगे मध्य में अशोक चक्र,
निरंतर हमें बढ़ने को कहता।
राजपथ और लाल किले पर,
तिरंगा देश की शान बढ़ाता।।

तिरंगा है देश की पहचान,
रखेंगे हम सब इसका मान।
तिरंगे की रक्षा के ख़ातिर,
कर देंगे अपने प्राण क़ुर्बान।।

आओ आज हमसब मिलकर,
जन गण मन राष्ट्र गान गाएँ।
जाति-धर्म का भेद मिटाकर,
अपने देश का हम मान बढ़ाएँ।।

अंकुर सिंह - चंदवक, जौनपुर (उत्तर प्रदेश)

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