आज तू मेरे पास बैठ जा - कविता - आर एस आघात

आज तू मेरे पास बैठ जा,
दिल फरियाद ये करता है।
मुझको मेरा वक़्त लौटा दे,
या मुझको बदनाम न कर। आज तू मेरे पास...

यूँ तन्हा ये वक़्त न कटता...
दर्श तेरे को दिल ये मचलता 
एक झलक मुझको दिखला दे... 2
दीवाना तेरा ये कहता है। आज तू मेरे पास...

याद तू कर वो पुराने लम्हे,
दर्द तेरे जब मैंने सहे थे।
आज मुझे भी है तेरी जरूरत... 2
तन्हा दिल को यूँ तड़पा ना। आज तू मेरे पास...

मैं तो मुसाफ़िर हूँ पलभर का,
एकबार तो मुझसे आकर मिल।
समय बीत जाएगा मेरा भी... 2
यादों के सहारे तनहा न कर। आज तू मेरे पास...

आर एस आघात - अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)

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