भूल जाने वाले - गीत - प्रमोद कुमार "बन्टू"

छोड़ कर साथ जाने वाले
याद आ रहे भूल जाने वाले
क्या कमी थी मेरे प्यार में,
साथ मरने की कसम खाने वाले

मैं तुझे ही तो प्यार करता हूँ
तेरी यादों से ही बात करता हूँ
मेरी दुनिया बस तेरे दिल में
सुन ले ओ मुँह फेरने वाले।

है इरादा क्या जान लेने का 
वादा था तुम्हारा साथ देने का
तेरी चाहत में डूब जाने का
ओ साँसों में डूब जाने बाले।

तू ही दुनिया थे मेरे जाने जा
मैं अकेला हूँ तेरे बिन माने ना
कैसे रुस्वा हुए बता भी दो
मेरे हमदम दिल चुराने वाले।

आँसू भर आते तुझे याद करके
रोने लगता हूँ तेरा खत पढ़ के
तेरी रुस्वाई का सिला मिलेगा तुझे
तन्हाई में अकेला करने वाले।

प्रमोद कुमार "बन्टू" - फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)

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