यानी तेरी यादों में क्या है ॥
सिर्फ खुदा की अज़मत है ये ।
तेरी - मेरी सांसों में क्या है l
उम्र की हर मंजिल ने बताया ।
बड़ों की उन बातों में क्या है ॥
गाँव के कच्चे घरों के आगे ।
शहर के इन महलों में क्या है ॥
थोड़ा हकीकत से भी उलझो ।
बेवजह के ख्वाबों में क्या है ॥
अंदाज़ अमरोहवी - अमरोहा (उत्तर प्रदेश)