भाई बहन का रिश्ता।
परी लगे भैया को बहना ,
भैया लगे फरिश्ता।
निज प्यार से है बांध देती,
बहन भाई की कलाई।
यह डोर रेशम की सुदृढ़ ,
तोड़ दुनिया है न पाई।
यह प्यार है विश्वास है ,
भाई-बहन की आस है।
रिश्ते बहुत से हैं मगर ,
रिश्ता बहुत ये खास है।
है बहन पावन डोर से ,
बांधती संसार को।
निस्वार्थ सा ये प्रेम है
भाई बहन का प्यार जो।
सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम , लखनऊ (उ०प्र०)