चीन के समान का बहिष्कार करने का समय - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला

अपने वीर सैनिकों की शहादत का बदला लेने के लिए चीन के सामान का बहिष्कार तुरंत करना जरूरी है। चीन ने जिस थाली में खाया उसी में छेद किया, यही उसकी फितरत है, इसलिए हमें सुई से लेकर हवाई जहाज तक चीन के हर सामान का बहिष्कार कर देना चाहिए। क्योंकि पानी अब सिर के ऊपर से गुजर चुका है। चीन के सबसे बड़ी ताकत उसका व्यापार है। चीनी सामान का हमें आज से बहिष्कार करना चाहिए। चीन की अर्थव्यवस्था को कुचलने का इससे अच्छा कोई तरीका ही नहीं है, क्योंकि चीन इसी के लायक है। चीन को आर्थिक मौत देना जरूरी हो गया है, तभी चीन की अकल ठिकाने आएगी, जब भूखे मरेंगे। भारतीयों को एकजुट होकर चीन का हर तरह से विरोध करना चाहिए।हम भारतीयों ने चीन को इतना संभ्रांत बना दिया कि उसके पर निकल आए, अब पर काटने की जरूरत है। समय आ गया है कि चीनी सामान का तुरंत बहिष्कार कर दिया जाए एवं स्वदेशी ही अपनाया जाए। व्यापारियों की संस्था सी ए आई टी ने बॉलीवुड सेलेब्स से अपील की है कि वह चीन के ब्रांड का ऐड और प्रमोशन कतई ना करें, अपने वीर जवानों की शहादत को याद रखें।

स्वदेशी अपनाने से देश में रोजगार पैदा  होंगे जिससे बेरोजगारी खत्म होगी। देश के उद्योगों को लाभ मिलेगा। जब चीन को भारत का बाजार नहीं मिला तो वह निश्चित तौर पर बर्बाद हो जाएगा। भारत सरकार को चीन के सामान के आयात पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए, तुरंत चीन के होश ठिकाने आ जाएंगे। चीन का सामान वहीं पड़ा पड़ा सड़ जाएगा, तो चीन भारत से क्षमा याचना करने दौड़ता आएगा। नहीं तो बर्बाद होगा।

ऑनलाइन उद्योगों को भी बिल्कुल बंद कर देना चाहिए, जो चाइना से सामान आते हैं  उनका आयात ही रोक दिया जाए। दुकानदारों को चाहिए कि चीनी सामान लेना बंद कर दें ग्राहकों को चाहिए कि दुकानदार से पूछे  कि चीनी सामान तो नहीं है  वह नहीं चाहिए, इस प्रकार से चीनी के सामान का आज से ही पूर्णतया बहिष्कार करें, स्वदेशी अपनाएं, यही सच्ची देशभक्ति है। यही समय की मांग है।यही शहीद वीरों को श्रद्धांजलि भी है।

सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम , लखनऊ (उ०प्र०)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos