देश की रक्षा करते हैं जो सीमा पै सुबह -शाम
उन जवानों को प्रणाम, उन जवानों को सलाम
उन जवानों को प्रणाम, उन जवानों को सलाम
चौबीस घण्टे रहते हैं जो बोडर पै तैनात
कफ़न हमेशा रखते हैं वो तो अपणे साथ
सर्दी और बरसात सहते , सहते गर्मी घाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
कफ़न हमेशा रखते हैं वो तो अपणे साथ
सर्दी और बरसात सहते , सहते गर्मी घाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
जिनके दम पर सौवां सां हम तो चादर ताण
जोखिम के म्हां रहते हरदम उनके अपणे प्राण
अपणी जान कर देते हैं वो तो देश के नाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
जोखिम के म्हां रहते हरदम उनके अपणे प्राण
अपणी जान कर देते हैं वो तो देश के नाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
दुश्मन की घुसपैठ का जो दें जवाब करारा
आन - बान और शान तिरंगा लगै जान तै प्यारा
दुश्मन का जो कर देते हैं जंग में काम - तमाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
आन - बान और शान तिरंगा लगै जान तै प्यारा
दुश्मन का जो कर देते हैं जंग में काम - तमाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
समुन्दर सिंह कहै करणा चाहिये इनका खूब सम्मान
जो देश की रक्षा करते उनकी रक्षा करै भगवान
जिनके कारण आबाद सैं ये म्हारे शहर और गाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
जो देश की रक्षा करते उनकी रक्षा करै भगवान
जिनके कारण आबाद सैं ये म्हारे शहर और गाम
उन जवानों को प्रणाम , उन जवानों को सलाम
समुन्दर सिंह पंवार - रोहतक (हरियाणा)