कोरोना जागरूकता पर कविता - प्रशांत अवस्थी


सुन लो भैया सुन लो बहना
कोरोना से बचकर रहना 

यह समय घड़ी है बलवानी
मत दिखलाओ तुम नादानी
संयम से तुम घर में रह लो
समझो इतना मानो कहना
          सुन लो भैया.......

बाहर घूम रहा  कोरोना
कुछ दिन घर में रुक लो ना
आएंगे फिर दिन मस्ती के
मान अभी लो मेरा कहना
        सुन लो भैया.......

आओ मिलकर आज हराएं
मानवता की जीत कराएं
कोरोना से हम जीतेंगे
बस कुछ ही दिन घर में रहना
           सुन लो भैया.......


प्रशांत अवस्थी
औरैया

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