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विधा/विषय "साजन"
साजन विरह नैन मैं भी बरसूँ - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
सोमवार, जुलाई 19, 2021
इन बारिस की बूँदों में भिगूँ, तन मन प्रीति हृदय गुलज़ार बनूँ। पलकों में छिपा मृगनैन नशा प्रिय, मुस्कान चपल अधर इज़हार करूँ। दूज चन्…
सपनों साजन को - राजस्थानी कविता - आशाराम मीणा
मंगलवार, अक्तूबर 13, 2020
मन माय मोर नाछ रया मिठी मिठी आवे हांसी, भाभी मारी फोन कर तो बात बताहू सांची। सपना माय साजन आया पकड़ी मारी बाय, मन मोहक सी बाता लाग्या…